अगर पिछले दशक मे स्टार्टअप का कल्चर भारत में बढ़ा है और आन्ट्रप्रनर्शिप अब सबके लिए नया विकल्प लेकर आ रहा है तो इसमे पुरुषों के साथ-साथ महिलायें भी बढ़-चढ़कर अपनी हिस्सेदारी दर्ज करा रही हैं। पिछले कुछ वर्षों मे हुमने कई सारे यूनिकॉर्न बनते देखें और बहुत सारे पुरुष इसमे अग्रिम भूमिका मे नजर आए। लेकिन यह दशक अब महिलाओं ने अपने नाम करने ठान ली है और इसकी एक झलक हमें शार्क टैंक इंडिया सीजन-2 में आईं महिला entrepreneurs में देखने को मिला।
आज हमारी टीम ने ऐसे ही 3 वुमन entrepreneurs और उनके बड़े ही सफल बिजनस और उनके सफर के बारे मे बताने जा रही हैं। इन महिला व्यवसाइयों की कार्यप्रणाली, उनके विचार और उनकी बिजनस सेन्स आपको चकित कर देंगी। तो आइए जानते हैं ऐसे 3 Women Entrepreneurs की जिन्होंने अपना लोहा शार्क टैंक इंडिया सीजन -2 में जजों को प्रभावित करके मनवाया।
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हूवु फ्रेश (Hoovu Fresh )
महिला उद्यमियों की हमारी सूची में पहला नाम है यशोदा और रिया करुतुरी का है जो दो बहनों की अद्भुत जोड़ी हैं, जो बैंगलोर शहर से आती हैं।
उन्होंने Hoovu Fresh की स्थापना फरवरी 2019 में की, जो आपकी रोजमर्रा की पूजा की ज़रूरतों के लिए ताज़े फूल, अगरबत्ती और अन्य पूजा सामग्री प्रदान करता है। इनके पिता फूलों के बिजनस से साल 1994 से जुड़े हुए हैं और इन्होंने ट्रडिशनल फूलों के व्यवसाय में भी अपने पिता की कंपनी में कार्य किया और ये पहचान की फूलों की ये मार्केट इतनी बड़ी होने के बावजूद भी बिल्कुल भी ऑर्गनाइज़्ड नहीं है और बहुत ज्यादे मात्रा मे फूल व्यर्थ में नष्ट हो रहे हैं क्युकी फूलों की शेल्फ लाइफ बहुत ही कम होती है। इसी समस्या के निदान के लिए दोनों बहनों ने Hoovu Fresh की शुरुआत की जो ताजे फूलों को प्रीज़र्व करके पैकेट के माध्यम से ग्राहकों तक पहुंछाता है और ये फूल कई दिनों तक इस्तेमाल भी किए जा सकते हैं क्युकी इनकी ताजगी को बरकरार रखा जाता है और Hoovu Fresh का बिजनस मोडेल भी है।
Hoovu Fresh ने मंदिरों को ताजे फूलों की सप्लाइ के लिए अपने साथ जोड़ा है और बैंगलोर के कई सारे मंदिर आज इनके ग्राहक हैं। बैंगलोर के प्रसिद्ध इस्कॉन टेम्पल के सजावट भी Hoovu फ्रेश के फूलों से ही की जा रही है।
हूवु फ्रेश फूलों के अतिरिक्त अन्य पूजा सामग्री जैसे अगरबत्ती, Incense cones, फ्लोरल धूप स्टिक, और फ्लोरल अगरबत्ती भी बनाते हैं, ये सारे प्रोडक्टस मंदिरों के इस्तेमाल किए गए फूलों को रीसाइकल करके बनाए जाते हैं।
Hoovu Fresh के इस अनोखे बिजनस आइडिया ने शार्क टैंक इंडिया सीजन -2 के जजों पीयूष बंसल और अमन गुप्ता को प्रभावित किया और उन्हे ₹1 करोड़ की फन्डिंग भी मिली।
फन्डिंग मिलने के बाद Hoovu Fresh ने एक लंबी छलांग ले रही है और उन्होंने हैदराबाद और मुंबई में भी Hoovu Fresh की शुरुआत कर दी है।
क्वर्की नारी (Quirky Naari)
इस लिस्ट में जो अगला नाम है वह है मालविका सक्सेना का जो की एक एमबीए ग्रेजुएट हैं। मालविका ने GLA university, मथुरा से एमबीए की पढ़ाई की है। मालविका मथुरा की एक व्यवसायी परिवार से आती हैं।
मालविका सक्सेना ने इस अद्भुत स्टार्टअप ‘Quirky Naari’ की स्थापना की जो खूबसूरत ट्रेंडी जूते और परिधान बनाते और बेचते हैं। इनका लाइट जलने वाले जूते सबसे पोपुलर और चलन में हैं और युवा पीढ़ी में काफी लोकप्रिय भी। उनका ब्राइडल फुटवियर कलेक्शन काफी ट्रेंडी और लुभावना है। आप अपने जूतों के अद्भुत संग्रह के साथ अपने भीतर की खूबसूरती को उजागर कर सकते हैं। Quirky Naari अपने ग्राहकों उनकी आवश्यकता के अनुसार customization करने का विकल्प भी देते हैं और उन्हें कुछ प्रोडक्टस तो हाथ से पेंट करके भी बनाते हैं।
Quirky Naari की फाउन्डर मालविका से शार्क टैंक इंडिया सीजन -2 के शर्कस वीनीता सिंह और अनुपम मित्तल का साथ मिला और उन्होंने इन्हे ₹35 लाख की फन्डिंग दी।
Paradyes
यह अंकलेश्वर की 26 वर्षीय युशिका जॉली का एक बहुत ही अनूठा और कूल आइडिया है। उन्होंने अपने पति के साथ 2021 में इस स्टार्टअप की नींव राखी। युशिका जॉली ने एनआईएफटी, गांधीनगर से फैशन डिजाइन में स्नातक की डिग्री और यूएएल: लंदन कॉलेज ऑफ कम्युनिकेशन, यूके से डिजाइन प्रबंधन और संस्कृति में मास्टर डिग्री प्राप्त की है।
Paradyes को शुरू करने के पीछे की कहानी बड़ी रोचक है, युशिका को एक बार एक सैलून में बुरा अनुभव हुआ और फिर उन्होंने फैसला किया कि वह अपना खुद का हेयर कलरिंग स्टार्टअप शुरू करेंगी। यह एक अस्थायी या सेमी-परमानेंट हेयर डाई है जो उनलोगों को ध्यान मे रखकर बनाया गया है जो अपने लुक के साथ प्रयोग करना पसंद करते हैं। युशिका जॉली के इस हटके बिजनस आइडिया को शार्क टैंक सीजन -2 के शार्क और boAt liefstyle के को-फाउन्डर शार्क अमन गुप्ता और शुगर कॉस्मेटिक्स की को-फाउन्डर विनीता सिंह से ₹65 लाख की फंडिंग मिली।
हम इन सभी अद्भुत महिला उद्यमियों को उनके प्रयास के लिए सलाम करते हैं, जो इस समाज के बने बनाए सांचे को अपने प्रयासों से तोड़ रही हैं और भावी पीढ़ी को सशक्त बनाने के लिए अपना योगदान दे रही हैं।
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